छत्तीसगढ

Solar Sujala Scheme : सौर सुजला योजना से किसानों को राहत, सिंचाई बनी आसान, दोहरी फसल से बढ़ी आय’

रायपुर, 06 अगस्त। Solar Sujala Scheme : बलरामपुर जिले में सौर सुजला योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। वर्षा पर निर्भर रहने वाले किसानों को अब सिंचाई की चिंता नहीं है, क्योंकि इस योजना के अंतर्गत उन्हें सोलर पम्प की सुविधा मिल रही है। इससे न केवल सिंचाई आसान हुई है, बल्कि किसान अब खरीफ और रबी दोनों मौसम में फसल उत्पादन कर अधिक आय अर्जित कर रहे हैं। जिले में इस योजना का प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा है। किसान न केवल धान की खेती कर रहे हैं, बल्कि साग-सब्जियों का उत्पादन कर अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर रहे हैं।

बलरामपुर जिले के ग्राम साहपुर निवासी विनय खलखो ने बताया कि उन्होंने 1.5 एकड़ भूमि पर सोलर पम्प लगवाकर धान और साग-सब्जी की खेती शुरू की है। अब वे दोहरी फसल लेकर अधिक लाभ कमा रहे हैं।इसी तरह ग्राम दोहना की किसान तैनू पैंकरा ने बताया कि पहले रबी की फसल लेना कठिन था, पर अब सोलर पम्प लगने से बिजली की समस्या और बिल की चिंता नहीं रही। वे खरीफ और रबी दोनों फसलों का उत्पादन कर रही हैं, जिससे उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

सिंचाई बनी आसान, दोहरी फसल से बढ़ी आय’

ग्राम भनौरा के कृषक श्री कृष्णा सिंह ने 3 एचपी क्षमता का सोलर पम्प लगवाया है। अब वे मौसम अनुसार धान के साथ साग-सब्जी भी उगा रहे हैं, जिससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी हो रही है। पहले वर्षा आधारित खेती से सीमित उत्पादन होता था, लेकिन अब किसान पूरे वर्ष खेती करने में सक्षम हो रहे हैं। जिले में चालू वर्ष के लिए 290 सोलर पम्प स्थापना का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इच्छुक किसान आधार कार्ड, खसरा नक्शा, जाति प्रमाण पत्र, पासबुक की छायाप्रति और आवेदन शुल्क के साथ अपने नजदीकी कृषि विस्तार अधिकारी, क्रेडा कार्यालय या उप संचालक कृषि कार्यालय में संपर्क कर योजना का लाभ उठा सकते हैं।सौर सुजला योजना से किसानों को बिजली बिल से राहत मिली है और वे निर्बाध सिंचाई कर पा रहे हैं। इससे उनकी खेती पर निर्भरता और आमदनी दोनों में वृद्धि हुई है, जो प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बना रहा है।

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