CM Vishnu Dev Sai से केंद्रीय मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने की सौजन्य भेंट…! योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर हुई चर्चा


रायपुर, 27 जुलाई। CM Vishnu Dev Sai से आज राजधानी स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में भारत सरकार के केंद्रीय संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर पेम्मासानी ने सौजन्य भेंट की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच राज्य में ग्रामीण विकास, केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं के समन्वित क्रियान्वयन, आदिवासी क्षेत्रों में संचार सुविधा के विस्तार और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को लेकर गहन चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे विकासोन्मुखी प्रयासों को छत्तीसगढ़ में धरातल पर उतारने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के गठन के बाद पहली ही कैबिनेट बैठक में 18 लाख पक्के मकानों की स्वीकृति दी गई, जिससे लाखों गरीब परिवारों के आवास का सपना साकार हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 1,460 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र आरंभ किए गए हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित कर रहे हैं। साथ ही, महिला सशक्तिकरण के लिए स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास और नवाचार के जरिए महिलाएं आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर हो रही हैं।
केंद्रीय मंत्री डॉ. पेम्मासानी ने अपने हालिया नारायणपुर और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिलों के दौरे का उल्लेख करते हुए बताया कि इन क्षेत्रों में केंद्र सरकार की योजनाएं प्रभावशाली ढंग से लागू हो रही हैं और माओवादी प्रभाव वाले क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने ‘बिहान’ योजना के तहत महिला समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की गुणवत्ता की सराहना की और बताया कि समूह की महिलाएं अब 15 से 20 हजार रुपये तक की मासिक आय अर्जित कर रही हैं।
डॉ. पेम्मासानी ने अपने दौरे के दौरान जनजातीय समुदाय के साथ सांस्कृतिक जुड़ाव, पारंपरिक स्वागत और नृत्य में सहभागिता को एक अविस्मरणीय अनुभव बताया। उन्होंने परीयना दिव्यांग आवासीय विद्यालय में बच्चों से हुई आत्मीय मुलाकात का भी विशेष उल्लेख करते हुए शासन द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। भेंट के दौरान मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद भी उपस्थित रहे।
