CM in Conference : मुख्यमंत्री सर्व यादव समाज के ‘स्वाभिमान सम्मेलन’ में हुए शामिल, सामाजिक भवन हेतु 50 लाख रूपए की घोषणा…
रायपुर, 20 अप्रैल। CM in Conference : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सरगुजा संभाग के मुख्यालय अम्बिकापुर के कला केंद्र मैदान में सर्व यादव समाज द्वारा आयोजित ‘स्वाभिमान महासम्मेलन’ में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर समाज प्रमुखों के साथ भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना कर प्रदेश की जनता की खुशहाली व समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सरगुजा में श्वेत क्रांति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दुग्ध प्रसंस्करण केंद्र की स्थापना की घोषणा की, जिससे दुग्ध व्यापार को प्रोत्साहन मिले। उन्होंने इसके साथ ही साथ यादव समाज के सामाजिक भवन हेतु 50 लाख रूपए की घोषणा की। वनाधिकार पट्टा की मांग पर मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को वन अधिकार पट्टा अधिनियम के तहत निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप पात्रता का परीक्षण करते हुए सभी पात्र हितग्राहियों को पट्टा दिए जाने के निर्देश दिए।
महासम्मेलन में मुख्यमंत्री बघेल ने सर्व यादव समाज सरगुजा द्वारा आयोजित स्वाभिमान सम्मेलन के भव्य आयोजन की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सर्व यादव समाज का इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भगवान श्री कृष्ण जिन्होंने गीता जैसा महान ग्रंथ इस दुनिया को दिया, यादव समाज उनके वंशज हैं। उन्होंने कहा कि यादव समाज का प्रेम और सौहार्द्र से सरगुजा और पूरे प्रदेश की उन्नति और प्रगति में सहयोग बना रहे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन प्रदेश वासियों की प्रगति के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। हमने इस वर्ष फैसला किया है कि समर्थन मूल्य में 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी की जाएगी। यादव समाज गौ-माता के सेवक रहे हैं। इसी तरह छत्तीसगढ़ शासन भी गोधन न्याय योजना और नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी जैसी योजनाओं के माध्यम से गौ सेवा कर रही है। इन योजनाओं से गौपालकों को भी फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह आदिवासी समुदाय जल, जंगल और जमीन से जुड़ा हुआ है, उसी तरह वनांचलों में यादव समाज के लोग भी कई वर्षों से बसे हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने इस अवसर पर कहा कि सरगुजा की उन्नति में हमेशा से ही यादव समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कई पीढ़ी से यादव समाज यहां बसा हुआ है और उन्होंने अपने कार्यों से समाज की सेवा की है। खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि यादव समाज का नाम लेते ही सीधे सरल व्यक्तित्व की याद आती है। उन्होंने कहा कि आदिवासी और यादव समाज में बेहद समानता है, दोनों ही वनों से जुड़े हुए हैं। आदिकाल की बात हो या आज की, हमेशा से ही इन्होंने अपना लोहा मनवाया है।