Amrit Bharat Station Scheme : अमृत स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन…! MLA पुरंदर मिश्रा ने की PM की दूरदर्शी की सराहना

रायपुर, 22 मई। Amrit Bharat Station Scheme : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज “अमृत भारत स्टेशन योजना” के तहत छत्तीसगढ़ राज्य के पांच पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन किया। इन स्टेशनों में अंबिकापुर, उरकुरा, भिलाई, भानुप्रतापपुर और डोंगरगढ़ शामिल हैं। इस अवसर पर रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक पुरंदर मिश्रा उरकुरा रेलवे स्टेशन में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना के तहत देशभर के 103 रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन किया, जो 18 राज्यों में फैले हुए हैं। इस पहल का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करना और यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाना है। इस परियोजना के तहत कुल 1,337 स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा।
विधायक पुरंदर मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी देश के नए युग के निर्माता हैं। उन्होंने जिस तरह से रेलवे जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में आम जनमानस को केंद्र में रखते हुए योजनाएं शुरू की हैं, वह ऐतिहासिक है।” उन्होंने यह भी बताया कि उरकुरा स्टेशन समेत जिन स्टेशनों का लोकार्पण हुआ है, वहां यात्रियों को अब भव्य प्रवेश द्वार, आधुनिक प्रतीक्षालय, हाई मास्ट लाइटिंग, डिजिटल डिस्प्ले, दिव्यांगजन के लिए रैंप जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी।
इस कार्यक्रम में राज्यपाल रमेन डेका, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक गुरुखुशवंत सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत देशभर के कुल 1,337 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जाना प्रस्तावित है, जिसमें से पहले चरण में 103 स्टेशनों का कार्य पूर्ण कर आज राष्ट्र को समर्पित किया गया।
इस पहल से छत्तीसगढ़ राज्य के रेलवे स्टेशनों में आधुनिक सुविधाओं का समावेश होगा, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव प्राप्त होगा और राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को भी पहचान मिलेगी।
अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत देशभर के कुल 1,337 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जाना प्रस्तावित है, जिसमें से पहले चरण में 103 स्टेशनों का कार्य पूर्ण कर आज राष्ट्र को समर्पित किया गया।
इस पहल से छत्तीसगढ़ राज्य के रेलवे स्टेशनों में आधुनिक सुविधाओं का समावेश होगा, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव प्राप्त होगा और राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को भी पहचान मिलेगी।