MLA Sampat Agarwal : प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र संदेश ऐतिहासिक, विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने किया समर्थन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की सुरक्षा नीति की ऐतिहासिक उपलब्धि

रायपुर/बसना, 04 मई। MLA Sampat Agarwal : बसना विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम दिए गए संबोधन को ऐतिहासिक और प्रेरणादायी बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत न केवल अपनी संप्रभुता की रक्षा कर रहा है, बल्कि आतंकवाद और राष्ट्रविरोधी ताकतों के खिलाफ अटल संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। विधायक डॉ अग्रवाल ने कहा आतंक के आकाओं को मोदी की खरी खरी सुना दी ।

डॉ. अग्रवाल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को भारतीय सुरक्षा नीति की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह हर भारतीय को गौरवान्वित करता है। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्पष्ट संदेश की सराहना करते हुए कहा “आज भारत एक सशक्त राष्ट्र के रूप में अपनी संप्रभुता की रक्षा कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में यह सिद्ध हो चुका है कि आतंकवाद और राष्ट्रविरोधी तत्वों को अब बख्शा नहीं जाएगा। यह संदेश केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए है—आतंकवाद अब सहन नहीं किया जाएगा, और भारत अपने वीर सैनिकों के साहस को पूरी ताकत से सम्मान देगा।”
विधायक अग्रवाल ने “जल और खून एक साथ नहीं बहेगा” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश का समर्थन दिया और कहा कि अब समय आ गया है जब राष्ट्र अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए निर्णयक कदम उठाए।
विधायक ने प्रधानमंत्री के “मेड इन इंडिया” रक्षा तकनीक के उल्लेख को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह प्रमाणित करता है कि भारत किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूर्णतः तैयार है।
डॉ. संपत अग्रवाल ने देशवासियों से एकजुट रहने का आह्वान करते हुए कहा: “यह समय राजनीति से ऊपर उठकर देश की सुरक्षा और संप्रभुता को प्राथमिकता देने का है। हमें प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को और अधिक सशक्त बनाना है। भारत आज न केवल आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा है, बल्कि पूरी दुनिया को यह संदेश दे रहा है कि हम शांति चाहते हैं, लेकिन आतंकवाद से कभी समझौता नहीं करेंगे।”
विधायक डॉ संपत अग्रवाल ने कहा कि आज, भारत के एयर मार्शल एके भारती ने तुलसीदास जी की यह पंक्ति सुनाई: “विनय न मानत जलधि जड़ गए तीन दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय न प्रीति। जिसका अर्थ है, “जब समुद्र ने विनय मानने से इनकार कर दिया, तो तीन दिन बीत गए। तब क्रोधित राम ने कहा कि भय के बिना प्रेम नहीं हो सकता।”
विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री का संबोधन भारतीय सेना, नागरिकों और सरकार के बीच एक नए विश्वास का निर्माण कर रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के निर्णायक नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि “यह नया भारत है, जो अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करना जानता है।” डॉ. अग्रवाल ने देशवासियों से प्रधानमंत्री मोदी के संदेश को आत्मसात करने और राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान देने की अपील की।